आज का युवा बहुत व्यस्त, अपने में मस्त
जब देखो एक साथ दो-चार काम निपटा रहा होता है,
सुबह-सुबह टॉयलेट में, मुंह में टूथ ब्रश
हाथों में लैपटॉप, कान में मोबाइल फोन
मतलब यहाँ भी ऑफिस जैसा माहौल
नज़र आ रहा होता है....
हर समय दो - दो सिम कार्ड वाले
दो मोबाइल रखता है अपने साथ,
मतलब एक ही समय में मॉम - डैड
बॉस-फ्रेंड-गर्ल फ्रेंड सबसे बतिया रहा होता है....
ऑफिस में कंप्यूटर पर काम, इन्टरनेट पर
फेसबूक-ट्विट्टर-याहू-जीमेल सब ऑन,
ऊपर से घनघनाता फ़ोन, चिल्लाता बॉस
फिर भी बेचारा मुस्कुरा रहा होता है...
शाम को घर में खाने के समय भी
एक हाथ में चम्मच, एक में टीवी का रिमोट
सामने टीवी पर एक न्यूज़ - एक फिल्म
एक कॉमेडी - एक म्यूजिक शो, एक साथ
इन सबका लुत्फ़ उठा रहा होता है...
रात को सपने में भी कुछ घंटे गर्ल फ्रेंड
कुछ फ्रेंड, थोड़ी देर देश में - थोड़ी देर विदेश में
और कभी कभार दूसरी दुनिया के लोगों से भी
अपनी जान - पहचान बढ़ा रहा होता है...
और 'चर्चित' एक तुम हो कि
रह गए वहीँ के वहीँ, ढीले-ढाले
एक समय में एक काम करने वाले,
अरे उठो - जागो, कुछ सोचो कि
जब तुम कविताबाजी कर रहे होते हो
कल का लड़का करोड़ों कमा रहा होता है...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें