हे विघ्नेश्वर - हे गणराया
ज़रा दिखाओ अपनी माया,
महंगाई और घोटालों से
जन - जन का अब दिल बौराया...
किसी को रोटी नहीं नसीब
किसी ने आधा देश पचाया,
हे विघ्नेश्वर - हे गणराया
ज़रा दिखाओ अपनी माया...
सिर पर चढ़कर स्वार्थ बोलता
रिश्ते रह गए केवल छाया,
आपको भी तो स्वार्थ के कारण
लोगों ने भारी माल चढ़ाया,
हे विघ्नेश्वर - हे गणराया
ज़रा दिखाओ अपनी माया...
अपने पास नहीं धन - दौलत
बस दया - धर्म लेकर आया,
यही प्रसाद चढ़ाता तुमको
बाकी तुम समझो गणराया,
हे विघ्नेश्वर - हे गणराया
ज़रा दिखाओ अपनी माया...
ज़रा दिखाओ अपनी माया,
महंगाई और घोटालों से
जन - जन का अब दिल बौराया...
किसी को रोटी नहीं नसीब
किसी ने आधा देश पचाया,
हे विघ्नेश्वर - हे गणराया
ज़रा दिखाओ अपनी माया...
सिर पर चढ़कर स्वार्थ बोलता
रिश्ते रह गए केवल छाया,
आपको भी तो स्वार्थ के कारण
लोगों ने भारी माल चढ़ाया,
हे विघ्नेश्वर - हे गणराया
ज़रा दिखाओ अपनी माया...
अपने पास नहीं धन - दौलत
बस दया - धर्म लेकर आया,
यही प्रसाद चढ़ाता तुमको
बाकी तुम समझो गणराया,
हे विघ्नेश्वर - हे गणराया
ज़रा दिखाओ अपनी माया...
अब आपने इतनी खुशामद की है तो गणेश जी जरुर सुनेंगे दोस्त....
जवाब देंहटाएंभरोसा रखो उन पर....
सुंदर स्तुति ....शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंसुन्दर कटाक्ष...
जवाब देंहटाएंसादर..