आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (29-11-2020) को "असम्भव कुछ भी नहीं" (चर्चा अंक-3900) पर भी होगी। -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। -- सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' --
सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशुक्रिया भाई...
हटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (29-11-2020) को "असम्भव कुछ भी नहीं" (चर्चा अंक-3900) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
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सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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प्रणाम एवं आभार सर...
हटाएंसत्य कहा है आपने। रिश्ते भी एक जीवन ही जीते हैं, कभी-कभी शायद मर-मर कर।
जवाब देंहटाएंधनयवाद भाई...
हटाएंहृदयस्पर्शी रचना
जवाब देंहटाएंवर्षा जी आभार
हटाएंसुन्दर रचना - - नमन सह।
जवाब देंहटाएंशांतनु भाई जी आभार एवं नमन् आपको भी।
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