गुरुवार, जनवरी 02, 2014

नया साल - नयी नज्म

सबकुछ न बदले 
पर इतना तो बदले,
कि इन्सान अपनी ही
फितरत न बदले...
मौसम न बदले
तो तासीर बदले,
हवाओं का रुख और
खुशबू तो बदले...
जीना न बदले
मरना न बदले
मगर बीच की जंग
का मंजर तो बदले...
रिश्ते न बदलें
जमाना न बद्ले
मगर नकली दिखना
दिखाना तो बदले...
नेता न बदलें
सियासत न बदले
जनता का बातों
में आना तो बदले...
कहते हैं चर्चित
नये साल पर ये
कि यारों का यूं
मुस्कुराना न बदले...

- VISHAAL CHARCHCHIT

3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर |बदलेगा समय आ रहा है |
    नया वर्ष २०१४ मंगलमय हो |सुख ,शांति ,स्वास्थ्यकर हो |कल्याणकारी हो |
    नई पोस्ट विचित्र प्रकृति
    नई पोस्ट नया वर्ष !

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  2. बहुत सुंदर....नव वर्ष मंगलमय हो आपका....
    काफी उम्दा रचना....बधाई...बेहतरीन चित्रण....
    नयी रचना
    "एक नज़रिया"
    आभार

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