महंगाई से क्या फर्क है दसवां वेतन आयोग आएगा
तब हर बाबू हजारों में नहीं लाखों में वेतन पायेगा,
और दो लोगों के लिए रोज़ 5 - 5 किलो सेब ले जायेगा
कुछ खायेगा - कुछ लगाएगा और बाकी नाले में बहायेगा
वही बहाया हुआ सेब नाले से छानकर गरीब अपने घर ले जाएगा
और धो - धाकर सब्जी बनाकर खुद और बच्चों को खिलायेगा
इसतरह अमीर - गरीब दोनों का स्वार्थ सिद्ध हो जाएगा
और धीरे धीरे इस देश में स्वर्गलोकतंत्र तब आएगा....
तब हर बाबू हजारों में नहीं लाखों में वेतन पायेगा,
और दो लोगों के लिए रोज़ 5 - 5 किलो सेब ले जायेगा
कुछ खायेगा - कुछ लगाएगा और बाकी नाले में बहायेगा
वही बहाया हुआ सेब नाले से छानकर गरीब अपने घर ले जाएगा
और धो - धाकर सब्जी बनाकर खुद और बच्चों को खिलायेगा
इसतरह अमीर - गरीब दोनों का स्वार्थ सिद्ध हो जाएगा
और धीरे धीरे इस देश में स्वर्गलोकतंत्र तब आएगा....
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