रविवार, फ़रवरी 14, 2021

प्रेम - प्रेम चिल्लाय रहेव है...

दर्जन भर का दिल बाँटेव औ
प्रेम - प्रेम चिल्लाय रहेव है,
इधर - उधर मुँह मारत हौ तुम
कूकुर से बनि जाय रहेव है...

वलेन्टइनवा भारत आयेस
जाइ के सबका ब्याह पढ़ायेस,
सब गोरन का मनई बनायेस,
औ अब तुम उनसे कचरा लइके
अइसी - तइसी कराय रहेव है...

बात गौर से सोचव कि ई
कौन सभ्यता लाय रहेव है,
एह तरह औलादन का तुम
पाठ कौन तुम पढ़ाय रहेव है...

कहैं 'चर्चित' कविराय सुनौ
तुम भले दर्जनभर भाय
बहिन औ मित्र बनाओ,
लेकिन दिल तौ बाबू
एकय से ही लगाओ,
अउर फिर आवय
आंधी या तूफान मगर
तुम वही का ब्याह के
अपने जीवन मा लाओ
औ जीवनभर साथ निभाओ...

बात समझ मा आई या कि
ओइसे मुंडी हिलाय रहेव है,
चाल-चलन बदलव वर्ना खुद
अपने पैर मा कुल्हाड़ी चलाय रहेव है...

HAPPY VALENTINE'S DAY

- विशाल चर्चित

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