गुरुवार, जून 30, 2011

तेजी से बदलती दुनिया - तेजी से बदलती तस्वीरें...

तेजी से बदलती दुनिया
तेजी से बदलती तस्वीरें
काश बदल सकता इंसान
अपने हाथों की लकीरें...
हर सुबह बदल जाता है
मौसम का मिजाज़,
हर रात ओढ़ लेती है
नए काजल का लिबास,
कपडे बदलते हैं -
चेहरे बदलते हैं,
बदल जाता है अक्सर
लोगों का अंदाज़,
पर नहीं बदलती कभी भी
इंसानी फितरत, उसकी रूह
उसकी तासीरें...

मंगलवार, जून 28, 2011

बाबा रामदेव : पहले तो सपनों में भी दिखता था योग...

पहले तो सपनों में भी दिखता था योग
फिर हुआ उसमें जड़ी - बूटियों का संयोग,
आजकल बाबा की काले धन पर नज़र है
इससे ठीक करेंगे अब तमाम देशी रोग....
कुछ सरकारी नेतागण को लगता है
ये है बाबा का गोरखधंधा,
सरकार के गले में बेवजह का
एक आरएसएसाईं फंदा,
संत - समाजसेवी जब हाथ मिलाने लगें
सरकारी कामकाज में टांग अड़ाने लगें,
बताइये कि क्या कहा जाये इसे
देश हित के लिहाज़ से,
योग में संयोग या योग का दुरूपयोग ?!






बड़े शहरों की रातें अब नुमाइशी हो गयीं...

बड़े शहरों की रातें अब नुमाइशी हो गयी
तमाम खूबसूरत मछलियाँ अब फरमाइशी गयी
सडकों पे लोग रहते हैं चालाकियां बिछाए
हुनरमंदों कि एक फौज
पैदाइशी हो गयी...

इस फेसबुकी दुनिया में...

इस फेसबुकी दुनिया में
ये क्या अजीब तुक है,
कि दिल के कमरे खाली हैं
फेस पहले से ही बुक हैं...

शनिवार, जून 25, 2011

सरकार ने फिर चलाया महंगाई का डंडा....

मुद्दों से ध्यान हटाने का ये है अच्छा फंडा,
ब्रेकिंग न्यूज़ ब्रेक करने का ये है सरकारी हथकंडा,
बस चंद दिनों की बात है, ये कर लें जो करना है
फिर सारा नशा उतर जायेगा, जब पड़ेगा पब्लिक का डंडा!

सोमवार, जून 13, 2011

माननीय सी जी यानी अशोक चक्रधर जी
इस वीसी यानी विशाल चर्चित का नमस्कार,
हमारी ये डीसी यानी ढिंक चिका
शुभकामना है, आप करें स्वीकार...
आप एससी यानी साहित्य चक्र
इसी तरह चलाते रहे,
और अपने एचसी यानी हास्य छंदों से
हम सभी के मन को
गुदगुदाते रहें !!