गुरुवार, दिसंबर 03, 2020
चाय के यार हम भी तलब्गार हैं...
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3 टिप्पणियां:
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
4 दिसंबर 2020 को 3:41 pm बजे
बहुत खूबसूरत द्विपदी।
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विशाल सिंह (Vishaal Singh)
4 दिसंबर 2020 को 5:21 pm बजे
प्रणाम एवं आभार सर।
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Onkar
4 दिसंबर 2020 को 8:03 pm बजे
सुंदर अभिव्यक्ति
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बहुत खूबसूरत द्विपदी।
जवाब देंहटाएंप्रणाम एवं आभार सर।
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