सोमवार, अप्रैल 04, 2022
न राह है - न चाह है - ना कहीं निगाह है...
न राह है - न चाह है
ना कहीं निगाह है,
ना कहीं पर महफ़िलें
ना ही वाह-वाह है...
ना ही अब ख़ुशी बहुत
ना ही अट्टहास है,
ना तो कोई अजनबी
ना ही कोई ख़ास है...
निरपेक्ष भी - तटस्थ भी
एकाकी भी - गृहस्थ भी,
भाग्य के क्षितिज पर अब
उदित भी हूँ और अस्त भी...
क्या ग़ज़ब पड़ाव है
ठहराव है - बहाव है,
एक सागरीय द्वीप
के समीप नाव है...
ये समय का एक रंग
श्वेत-श्याम एक संग,
इसलिये मैं लीन हूँ
सीखने में इसके ढंग...
- विशाल चर्चित
#एकाकी, #अकेलापन, #उदासीनता, #ठहराव, #बहाव, #नाव, #जीवन_#दर्शन, #हिन्दी_कविता
शुक्रवार, मार्च 18, 2022
होली का रंग है मिली इसमे भंग है...
होली का रंग है
मिली इसमे भंग है
बुरा मानना मत
निश्छल उमंग है...
पीकर के पौवा
बना शेर कौवा
नशे मे खड़ा कर
दिया एक हौवा...
किसी का दुपट्टा
जो लै भागा पट्ठा
दिया खींच करके
है गोरी ने चट्ठा...
फिर भी न हारा
कीचड् दे मारा
कहा प्राणप्यारी
मैं प्रियतम तुम्हारा...
वो बोली जाओ
हमें ना फंसाओ
उल्लू हो उल्लू
मुंह धो के आओ...
बड़ा ढीठ बंदा
पकड़ करके कंधा
पहलवान माइन्ड
दिया एक रंदा...
गर्दन अकड़ गई
चंडी सी चढ़ गई
बाला तो हाय कर
वहीं सीधी पड़ गई...
जनता इकट्ठी
लिये हाथ लट्ठी
मजनूं की गीली
हुई अब तो चड्ढी...
बड़ी मार खाई
पड़ा चारपाई
मुहब्बत ने हड्डी
की भूसी बनाई...
सबक ये मिला है
कि जो मनचला है
उसी का मुसीबत
में हरदम गला है...
चर्चित की मानो
नशा मत ही छानो
नहीं तो फंसोगे
बुरे खूब जानो...
/// होली मुबारक ///
- विशाल चर्चित
हमने फेंका गुब्बारा है भरके कई रंग...
हमने फेंका गुब्बारा है भरके कई रंग
आओ होली खेलें दोस्तों शुभकामना के संग
जोगीरा सारारारारा - जोगीरा सारारारारा...
खुशियों की अबीर बरसे और बरसे ढेरों प्यार
जीवन में सबके हो हमेशा हँसती हुई बहार
जोगीरा सारारारारा - जोगीरा सारारारारा...
जो, जो चाहे - वो, वो पाये, कोई चाहत ना बच पाये
जब देखें-जिसको देखें हम - हँसता हुआ नजर आये
जोगीरा सारारारारा - जोगीरा सारारारारा...
धन-दौलत-इज्जत-शोहरत, कहीं कमी कोई ना हो
हे ईश्वर, कुछ ऐसा कर कि दीन दुखी कोई ना हो
जोगीरा सारारारारा - जोगीरा सारारारारा...
सभी जगह हो अमन - चैन, एकता औ भाईचारा हो
सभी दिलों में मानवता - नैतिकता का बोलबाला हो
जोगीरा सारारारारा - जोगीरा सारारारारा...
'चर्चित' की है चाह यही, हरा - भरा सुखमय संसार
यही कुदरती रंग है सच्चा, होली का असली शृंगार
जोगीरा सारारारारा - जोगीरा सारारारारा....
एक बार फिर से -
/////// होली बहुत - बहुत मुबारक ///////
- विशाल चर्चित
मंगलवार, मार्च 08, 2022
गुरुवार, फ़रवरी 10, 2022
टैडियों के डैडियों को प्यार थोड़ा दे दियो...
ओ सारी लेडियों
बंद करके रेडियो,
टैडियों के डैडियों को
प्यार थोड़ा दे दियो...
कुछ तुम्हें है पता
हम हैं सारे बे-खता,
हम तुम्हारे प्यार में
ऊपरवाला देखता...
भाव ना खाओ ना
इत्ता तुम इतराओ ना,
दुनियादारी छोड़ कर,
पास जल्दी आओ ना...
हैप्पी टैडी डे
- विशाल चर्चित
*रेडियो = पंचायत... एफएम रेडियो की, टीवी की, सोशल मीडिया की...
गुरुवार, जनवरी 27, 2022
गाय भैंस बकरी और लिये साइकिल...
पाँच राज्यों के चुनाव हैं ऊपर से आज गणतंत्र दिवस...
ऐसे में जनता के दिल की आवाज हास्य - व्यंग्य के सुर में...
गाय भैंस बकरी और लिये साइकिल
लद रहा हिन्दुस्तान यहां वहां आये दिन
रेल अपने बाप की पटरी उखाड़ लेव
काहे की है मुश्किल घर मा बिछाय देव
सब जगह भीड़ है का करे जनता
जल्दी बनाय लेव काम जैसे बनता
हम मनमानी करें गाली खायँ नेता
गाली नहीं खायेगा तो वोट काहे लेता
देश वेश बाद में काम मेरा पहले
तभी वोट दूंगा वर्ना निकल ले
लेन देन सीख लेव आगे बढ़ि जाओ
नाही घरे बैठि के खाली पछताओ
ज्यादा पढ़े लिखेगा तो नौकरी पायेगा
तीन - पांच आयेगा तो देश चलायेगा
कुछ नहीं आता तो बाबा बन जा रे
राम के नाम पर ऐश कर प्यारे
लगा घोर कलियुग कह रहे चर्चित
जितना हो धन बल उतने ही परिचित
- विशाल चर्चित
शनिवार, जनवरी 01, 2022
नया साल 2022 की नज्म...
सबकुछ न बदले
पर इतना तो बदले,
कि इन्सान अपनी ही
फितरत न बदले...
मौसम न बदले
तो तासीर बदले,
हवाओं का रुख और
खुशबू तो बदले...
जीना न बदले
मरना न बदले
मगर बीच की जंग
का मंजर तो बदले...
रिश्ते न बदलें
जमाना न बद्ले
मगर नकली दिखना
दिखाना तो बदले...
नेता न बदलें
सियासत न बदले
जनता का बातों
में आना तो बदले...
कहते हैं चर्चित
नये साल पर ये
कि यारों का यूं
मुस्कुराना न बदले...
- VISHAAL CHARCHCHIT
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