रविवार, जुलाई 10, 2011
माँ की ममता...
कितने आये - कितने गए
कितनों ने क्या-क्या लिख डाला,
पर माँ की ममता को शब्दों से
कोई भी बाँध नहीं पाया...
जिस तरह ईश्वर के बारे में
लोग क्या - क्या उपमाएं देते हैं,
पर कहाँ आज तक कोई भी
उसकी नाप है ले पाया...
2 टिप्पणियां:
Unknown
20 जुलाई 2011 को 8:16 pm बजे
achha hai bahut khoob......................
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कविता रावत
22 जुलाई 2011 को 12:30 pm बजे
bahut hi badiya!
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achha hai bahut khoob......................
जवाब देंहटाएंbahut hi badiya!
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